Navratri Shayari In Hindi Fundamentals Explained

माँ के चरणों में हो सबकी मनोकामनाएं पूरी।

माँ के आगमन पर मनाएं यह पवित्र उपवास और प्रार्थना का मोमेंट।

नवरात्रि के पावन दिनों में मां दुर्गा की कृपा !!

ब्रह्मा जी के मन भाती हो।  ज्ञान सभी को सिखलाती हो। 

दुर्गा माता की आराधना के इस महान पर्व !!

नवरात्रि के दौरान, लोग देवी दुर्गा की पूजा करते हैं और उनके नौ रूपों का समर्पण करते हैं। यह नौ रूप शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, और सिद्धिदात्री होते हैं। प्रतिदिन के दौरान व्रत, आरती, भजन, और दुर्गा माता के मंदिरों की दर्शन के साथ-साथ, लोग गर्मियों के कपड़ों में खास रूप से तैयार किए गए खाने का आनंद लेते हैं।

उसकी सगरी आस पुजा दो। सगरे दुख तकलीफ मिला दो।

माँ दुर्गा के आगमन के साथ नवरात्रि के इस !!

मां अंबे के नाम से होती है खुशियां बरसती,

नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि सभी भाग्य के प्रदाता भगवान मंगल, देवी ब्रह्मचारिणी द्वारा शासित हैं. भविष्य पुराण के अनुसार इस दिन साधक अपने मन को माँ के चरणों में लगाते हैं। ब्रह्म का अर्थ है तप और चारिणी का अर्थ आचरण करने वाली। इस प्रकार ब्रह्मचारिणी का अर्थ हुआ तपस्या का आचरण करने वाली। इनके दाहिने हाथ में जप की माला एवं बाएँ हाथ में कमण्डल रहता है। इस दिन साधक कुंडलिनी शक्ति को जगाने के लिए भी साधना करते हैं। जिससे उनका जीवन सफल हो सके और अपने सामने आने वाली किसी भी प्रकार की मुश्किलों का सामना आसानी से कर सकें।

नवरात्रि के इस पवित्र त्योहार पर हो आपका दिल हमेशा बेहाल।

जय गिरिराज किशोरी अंबे। शिव मुख चंद्र चकोरी अंबे।

जो माँ दुर्गा का मनन मन से करे उसके कटे कलेश.

माँ के प्यार में खो जाएं इस नवरात्रि के दौरान,

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